Sunday, June 14, 2015

Kaun hai aapke Isht Dev


Kaun hai aapke Isht Dev


अपना कल्याण चाहते हैं तो करें अपने इष्ट देव की इबादत

राशि और लग्न के हिसाब से सभी राशियों के अलग-अलग इष्ट देव और उपास्य देव होते हैं। जातक को किस देवी-देवता की अराधना करनी चाहिए जिससे की उसे मनोवांछित फल प्राप्त हो सकें। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राशि और लग्न के आधार पर अपने-अपने देवी-देवता की पूजा और भक्ति करने से आशातीत लाभ होता है। इधर-उधर भटकने की बजाय उनकी इबादत को अपनाकर हर कोई अपना कल्याण कर सकता है। अपने इष्ट का सिमरण पाप नाशक और मोक्षदायक माना गया है।




मेष: इस राशी के स्वामी मंगल और उपास्य देव श्री गणपती एवं श्रीराम भक्त हनुमान जी हैं।
वृषभ: इस राशी के स्वामी शुक्र और उपास्य देवी कुलस्वामिनी एवं लक्ष्मी माता हैं।
मिथुन: इस राशी के स्वामी बुध और उपास्य देव कुबेर एवं दुर्गा माता हैं।
कर्क: इस राशी के स्वामी चंद्र और उपास्य देव गौरी शंकर हैं।
सिंह: इस राशी के स्वामी रवि और उपास्य देव सूर्य नारायण एवं जगत पिता ब्रह्मा हैं।
कन्या: इस राशी के स्वामी बुध और उपास्य देव कुबेर एवं दुर्गा मां हैं।
तुला: इस राशी के स्वामी शुक्र और उपास्य देवी कुलस्वामिनी हैं।
वृश्चिक: इस राशी के स्वामी मंगल और उपास्य देव श्री गणपती एवं श्रीराम भक्त हनुमान जी हैं।
धनु: इस राशी के स्वामी गुरु और उपास्य देव दत्तात्रोय जी हैं।
मकर: इस राशी के स्वामी शनि और उपास्य देव श्री शनिदेव एवं श्रीराम भक्त हनुमान जी हैं।
कुंभ: इस राशी के स्वामी शनि और उपास्य देव श्री शनिदेव एवं श्रीराम भक्त हनुमान जी हैं।
मीन: इस राशी के स्वामी गुरु और उपास्य देव गुरू बृहस्पती हैं।


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3 comments:

  1. Guruji, mera nakshatra krittika ,mera isht dev kon he.

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  2. Guruji,

    Mera naam Pritesh Kumar
    Mera janm 18 November 1984 6:15pm place - purnea Bihar
    (approx) hai. Uttar phalguni.

    Mere isht dev ya devi kon hain....kisi ne bataya devi hain...lekin kon si devi.

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